समस्तीपुर के पूसा में देश का पहला अंतरराष्ट्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र
समस्तीपुर के पूसा में खुलेगा देश का पहला अंतरराष्ट्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र
बिहार के समस्तीपुर जिले के पूसा स्थित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत देश का पहला अंतरराष्ट्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र खुलने जा रहा है। यह केंद्र विश्व का पांचवां ऐसा संस्थान होगा और इसे "Center of Excellence" के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्य उद्देश्य
इस केंद्र का उद्देश्य गन्ना किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, उन्नत तकनीक और नई शोध आधारित जानकारी प्रदान करना है, जिससे उनकी लागत कम हो और उत्पादन में वृद्धि हो सके।
वैश्विक स्तर पर भारत की भागीदारी
अब तक केवल चार देश—दक्षिण अफ्रीका, चीन, तंजानिया और बांग्लादेश—में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गन्ना अनुसंधान संस्थान हैं। भारत यह उपलब्धि पाने वाला पांचवां देश बन जाएगा।
किसानों को क्या मिलेगा?
- उन्नत गन्ना बीज
- कम लागत में अधिक उत्पादन तकनीक
- गुणवत्ता सुधार और रिसर्च आधारित जानकारी
- वैज्ञानिक प्रशिक्षण और जागरूकता
केंद्र से होंगे यह लाभ
यह केंद्र गन्ना किसानों के लिए वरदान साबित होगा क्योंकि इससे उन्हें न केवल उन्नत बीज मिलेंगे बल्कि उत्पादन तकनीक, गुड़ निर्माण के आधुनिक तरीकों और नई रिसर्च की जानकारी भी मिलेगी। यह केंद्र पूरे भारत के गन्ना उत्पादकों को लाभ देगा।
“अंतरराष्ट्रीय स्तर के गन्ना अनुसंधान व सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने से गन्ना किसानों को उन्नत बीज, गुड़ निर्माण के अत्याधुनिक तरीके और आधुनिक शोधों की जानकारी मिलेगी।”
– डॉ. देवेंद्र सिंह, निदेशक, ईश अनुसंधान संस्थान
निष्कर्ष
पूसा स्थित यह अनुसंधान केंद्र बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। इससे गन्ना उत्पादक किसानों को तकनीकी लाभ मिलेगा और भारत वैश्विक स्तर पर कृषि अनुसंधान में एक नई ऊंचाई छुएगा।
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