📢 बिहार के 13 विश्वविद्यालयों को 407 करोड़ रुपये की सौगात
राज्य सरकार ने बिहार के सभी 13 पारंपरिक विश्वविद्यालयों को 407 करोड़ 83 लाख 40 हजार रुपये जारी किए हैं। इस राशि का उपयोग विश्वविद्यालयों एवं उससे जुड़े अंगीभूत, अल्पसंख्यक और अनुदानित कॉलेजों में शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन तथा अतिथि शिक्षकों के मानदेय के भुगतान में किया जाएगा।
📌 राशि का उद्देश्य
- जून और जुलाई 2025 का वेतन भुगतान
- नियमित और अतिथि शिक्षकों का मानदेय
- सुविधा पदों पर कार्यरत कर्मियों का वेतन
🏛️ किस विश्वविद्यालय को कितनी राशि मिली?
| विश्वविद्यालय | राशि (₹ करोड़) |
|---|---|
| पटना विश्वविद्यालय | 30.41 |
| मगध विश्वविद्यालय | 32.265 |
| बीआरए बिहार विश्वविद्यालय | 61.50 |
| जेपी विश्वविद्यालय | 33.28 |
| वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय | 32.119 |
| बीएन मंडल विश्वविद्यालय | 23.36 |
| तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय | 29.82 |
| ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय | 74.52 |
| कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय | 13.66 |
| मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय | 1.38 |
| पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय | 47.80 |
| पूर्णिया विश्वविद्यालय | 12.99 |
| मुंगेर विश्वविद्यालय | 14.73 |
📢 उच्च शिक्षा निदेशालय का आदेश
राशि जारी करने का आदेश राज्य के उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. एनके अग्रवाल ने जारी किया है। इससे विश्वविद्यालयों के वेतन भुगतान में आ रही अड़चनें दूर होंगी।
🔚 निष्कर्ष
यह राशि शिक्षकों के हित में एक राहतभरी खबर है। उम्मीद है कि यह फंड समय पर वितरित होगा और विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियाँ सुचारु रूप से चलेंगी।