सूबे के 93 हजार स्कूलों की होगी सुरक्षा ऑडिट, केंद्र सरकार ने शिक्षा विभाग को लिखा पत्र
पटना: हाल ही में झालामुड़ी में स्कूल की छत गिरने से बच्चों की हुई मौत की घटना के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब राज्य के सभी 93 हजार सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों की सुरक्षा ऑडिट की जाएगी।
क्यों होगी सुरक्षा ऑडिट?
स्कूलों में आधारभूत संरचनाओं और सुरक्षा की स्थिति का पता लगाने और भविष्य में हादसों को रोकने के लिए यह ऑडिट किया जाएगा। केंद्र ने शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर इस प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है।
क्या-क्या जांच होगी?
- भौतिक संरचना की सुरक्षा: भवन, दीवारें, गेट, छत, बालकनी और सीढ़ियां
- आग सुरक्षा उपाय: उपकरण और आपातकालीन निकासी मार्ग
- बिजली व्यवस्था: तार, स्विचबोर्ड और मीटर
- आपातकालीन निकासी: आग, भूकंप या अन्य आपदा की स्थिति में बाहर निकलने की सुविधा
- स्वास्थ्य सुविधाएं: फर्स्ट-एड किट और जरूरी मेडिकल सामग्री
सुरक्षा ऑडिट का उद्देश्य
इसका मकसद है कि किसी भी दुर्घटना से पहले ही खामियों को पहचाना जाए और बच्चों को एक सुरक्षित माहौल में शिक्षा मिले।
सर्टिफिकेट अनिवार्य
सभी विद्यालयों को ऑडिट के बाद सुरक्षा फिटनेस सर्टिफिकेट लेना होगा। बिना प्रमाणपत्र वाले स्कूलों को मान्यता नहीं मिलेगी।
निष्कर्ष
यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उम्मीद है कि सुरक्षा ऑडिट से स्कूलों में ढांचागत खामियां दूर होंगी और छात्रों को सुरक्षित वातावरण मिल सकेगा।