आंगनबाड़ी के 90 लाख बच्चे अब एआई खिलौनों से पढ़ेंगे
पटना, मुख्य संवाददाता: आंगनबाड़ी केंद्रों में अब ऐसे खिलौने आएंगे जो बच्चों को गिनती और भाषा बोलना सिखाएंगे। इसके लिए एकीकृत बाल विकास सेवाएं (ICDS) निदेशालय ने तैयारी शुरू कर दी है। राज्य के लगभग 15 हजार 10 आंगनबाड़ी केंद्रों के 90 लाख से अधिक बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित खिलौनों से पढ़ाया जाएगा।
बच्चों का मानसिक विकास करना उद्देश्य
इन खिलौनों का उद्देश्य बच्चों के मानसिक विकास के साथ-साथ उनकी बोलने, सुनने और प्रतिक्रिया देने की क्षमता को बढ़ाना है। AI खिलौने बच्चों के साथ बातचीत करेंगे और पढ़ाई को मनोरंजक बनाएंगे।
स्टडी किट और प्रशिक्षण
प्रारंभिक शिक्षा के लिए प्री-स्कूल स्टडी किट में 40 तरह के आइटम होंगे, जिनमें पांच AI वाले खिलौने शामिल रहेंगे। इन किट में प्लास्टिक कवर की किताबें, गतिविधियों के उपकरण और शैक्षणिक सामग्री होगी।
किट के वितरण से पहले एक लाख सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे बच्चों को सही तरीके से पढ़ा सकें।
AI खिलौनों के फायदे
- बच्चों की बातचीत करने की कला विकसित होगी और वे खिलौनों से पढ़ना सीखेंगे।
- पढ़ाई के साथ मनोरंजन होगा, जिससे सीखने की कला विकसित होगी।
- कम उम्र में रचनात्मक विकास होगा, जैसे कहानी लिखना और चित्र बनाना।
निष्कर्ष
राज्य में यह पहल बच्चों की शिक्षा को आधुनिक और रोचक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। AI खिलौने न केवल पढ़ाई आसान करेंगे बल्कि बच्चों के समग्र मानसिक और रचनात्मक विकास में भी मदद करेंगे।