विश्वविद्यालयों में शुरू होंगे 30 से अधिक नए व्यावसायिक कोर्स, रोजगार के बढ़ेंगे अवसर
पटना, हिन्दुस्तान ब्यूरो: राज्य के विश्वविद्यालयों में जल्द ही 30 से अधिक नए रोजगारपरक व्यावसायिक कोर्स शुरू किए जाएंगे। राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद ने सभी विश्वविद्यालयों से इन कोर्सों के प्रस्ताव मांगे हैं। इन कोर्सों का उद्देश्य युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना और उनकी आय के अवसरों को बढ़ाना है।
नए कोर्स क्यों जरूरी हैं?
- रोजगार पाने में आसानी
- निजी और सरकारी सेक्टर में नौकरी की संभावनाएं
- स्थानीय और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार कोर्स डिज़ाइन
योजना का उद्देश्य
विश्वविद्यालयों में पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ स्किल-आधारित और इंडस्ट्री-रेडी कोर्स उपलब्ध कराना। शिक्षा विभाग को उम्मीद है कि इससे स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों को सीधा नौकरी के अवसर मिलेंगे।
ये होंगे प्रमुख कोर्स
- B.Sc और M.Sc: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एनालिटिक्स, एनर्जी साइंस, न्यूक्लियर साइंस, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, ग्राफिक और एनीमेशन, फॉरेस्ट साइंस, बायोइन्फॉर्मेटिक्स, नैनोटेक्नोलॉजी, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
- स्टडीज एंड डिप्लोमा: रिवर्स इंजीनियरिंग, इंटरएक्टिव मीडिया स्टडी
- Bachelor of Design और Master of Design: ग्राफिक डिजाइन, प्रोडक्ट डिजाइन, फिल्म एवं मीडिया
- BBA और MBA: कम्युनिकेशन डिजाइन, डेवलपमेंट स्टडी, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, इवेंट मैनेजमेंट
अनुमोदन प्रक्रिया
प्रस्ताव के आधार पर शिक्षा विभाग विश्वविद्यालयों को व्यावसायिक कोर्स संचालन की अनुमति देगा। इससे छात्रों को आधुनिक उद्योगों की मांग के अनुसार स्किल्स सिखाई जाएंगी।
निष्कर्ष
इन नए कोर्सों से न केवल युवाओं के लिए नौकरी के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि राज्य की आर्थिक प्रगति में भी योगदान मिलेगा।