बिहार के सरकारी स्कूलों में 10 सितंबर से शुरू होगा अर्धवार्षिक मूल्यांकन, शिक्षकों की फर्जी उपस्थिति पर कसा जाएगा शिकंजा

R Sharma

🏫 बिहार में कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों की अर्धवार्षिक परीक्षा 10 सितंबर से

पटना: बिहार सरकार ने राज्य के सभी सरकारी एवं सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों की अर्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 10 सितंबर 2025 से कराने का निर्णय लिया है। परीक्षा की कॉपियां 15 सितंबर से जांची जाएंगी।

📋 परीक्षा की प्रमुख बातें

  • कक्षा 3 से 8 तक के छात्रों की होगी पेन-पेपर परीक्षा।
  • कक्षा 1 व 2 के छात्रों का होगा मौखिक मूल्यांकन।
  • प्रश्नपत्र एससीईआरटी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
  • मूल्यांकन 15 से 18 सितंबर तक अधिकतम 4 कार्यदिवस में पूरा करना होगा।

🚫 शिक्षकों की फर्जी उपस्थिति पर सख्ती

शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की फर्जी उपस्थिति रोकने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। किसी भी प्रकार की गैरहाजिरी या फर्जी हाजिरी पर कार्रवाई की जाएगी।

31 जुलाई के बाद शिक्षकों के प्रतिनियोजन पर रोक लगा दी गई है। सभी प्रतिनियोजित शिक्षक 1 अगस्त से अपने मूल विद्यालयों में योगदान देंगे।

📌 अन्य फैसले और सुधार

  • 2025 से विद्यालयों में प्रधान शिक्षक की नियुक्ति अनिवार्य की जाएगी।
  • शिक्षकों के प्रमोशन के लिए 180 दिनों की सेवा अनिवार्य होगी।
  • गैर-प्रायोगिक विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव।

🔍 निष्कर्ष

बिहार सरकार की यह पहल शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। बच्चों के सीखने के स्तर का मूल्यांकन अब नियमित रूप से किया जाएगा और शिक्षकों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।

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