🎓 पटना लॉ कॉलेज: न्यायिक इतिहास का गौरव, मना रहा 116वां स्थापना दिवस
पटना: देश के सबसे प्रतिष्ठित लॉ कॉलेजों में से एक पटना लॉ कॉलेज बुधवार को अपनी 116वीं वर्षगांठ मना रहा है। बिहार, झारखंड और ओडिशा के न्यायिक क्षेत्र में इस संस्थान की अहम भूमिका रही है।
⚖️ दो मुख्य न्यायाधीश और 150+ न्यायाधीश
इस कॉलेज ने देश को दो मुख्य न्यायाधीश — जस्टिस बी.पी. सिंह और जस्टिस एल.एम. शर्मा — और 150 से अधिक न्यायमूर्ति दिए हैं। ये सभी देश की न्याय व्यवस्था को सशक्त बनाने में अहम योगदान दे चुके हैं।
📚 एक बैच के सात छात्र बने हाईकोर्ट के जज
1986 में एक ही बैच में पढ़ने वाले सात छात्र बाद में पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश बने। इनमें जस्टिस विवेक चौधरी, जस्टिस राजीव रंजन प्रसाद, जस्टिस संजय कुमार सिंह, जस्टिस वीरेंद्र कुमार, जस्टिस अनिल कुमार उपाध्याय आदि शामिल हैं।
🏛️ कॉलेज का इतिहास
- स्थापना: 1909
- देश का सातवां सबसे पुराना लॉ कॉलेज
- 1952 में बना पटना विश्वविद्यालय का अंग
🎉 स्थापना दिवस कार्यक्रम
116वें स्थापना दिवस समारोह में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल होंगे। इस अवसर पर अनेक पूर्व छात्र, वरिष्ठ अधिवक्ता और न्यायिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
📌 निष्कर्ष
पटना लॉ कॉलेज केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि देश की न्यायिक व्यवस्था में मील का पत्थर रहा है। इसके पूर्व छात्र आज भी विभिन्न उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।